क्या संबंध बनाने के लिए किसी प्रकार का तेल उपयोग करना फायदेमंद होता है?

 क्या संबंध बनाने के लिए किसी प्रकार का तेल उपयोग करना फायदेमंद होता है?
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वैसे तो महिलाओं को बिलकुल सूखा हुआ लिंग अपनी योनि मै प्रवेश करवाने मै सब से ज़्यादा परम सुख की अनुभूति होती है,क्यूँकी सूखे हुए लिंग से योनि की दीवारों मै ज़्यादा रगड़ लगती है और घर्षण होने से महिलायें ज़्यादा उत्तेजित महसूस करती है,और योनि भी खुद का प्राकर्तिक द्रव्य छोड़ती है, प्रंतु अगर तूने तेल या क्रीम के विषय मै प्रश्न किया है तो संबंध बनाने हेतु सब से अच्छा द्रव्य "रेडीमेड चिकनाई" ही होती है जिसका निर्माण अमूमन सभी लोगों का शरीर करता है,जिसको आम बोलचाल की भाषा मै "थूक" भी कहा जाता है

संबंध बनाते समय जब आप किसी भी प्रकार का तेल या जेल का उपयोग करेंगे तो आपको व आपके पार्टनर को सेक्सुअल घर्षण का वास्तविक आनंद नहीं मिल पाएगा । योनि ढीली लगेगी और मजा मारा जाएगा ।

जबकि संबंध बनाने के पहले के हल्के-फुल्के फोरप्ले गतिविधि में ही स्त्री की योनि में स्वाभाविक हल्का स्राव होने लगता है और पुरुष को अपने शिश्नमुंड पर बेहद हल्का सा थूक लगा लेना पर्याप्त होता है जिससे लिंग के योनिप्रवेश में कठिनाई नहीं होती और पर्याप्त सख्त धर्षण का आनंद स्त्री-पुरुष दोनों को ही अधिक आसानी से मिलता है ।

आवश्यक लगने पर आप बहुत ही हल्का सा लार या थूक का प्रयोग योनिद्वार पर भी कर सकते हैं ।

संबंध बनाने के लिये किसी प्रकार तेल का प्रयोग हमेशा से ही फेल हुआ है और जो तेल की बातेँ करते हैं और कहते हैं कि अमुक तेल को लगाने से लिंग में तनाव के साथ उभार भी आता है और लगाने के बाद खेल में हमेशा ही फेल होते हैं क्योंकि य़ह पैसे कमाने का का सस्ता और सुलभ साधन है और अन-जाने में लोग इसके चक्कर में पड़ जाते हैं और बनी बनाई खेल को बिगाड़ कर रख देते हैं और इसको दूर करने के लिए एक ही उपाय है जो नीचे ⬇️है!

  • शरीर आपका है और शरीर के सारे अंग ठीक-ठाक काम करते है,तो फिर सब अंग को छोड़ के लिंग के पीछे पड़े हैं कि लिंग खड़ा नहीं होता है!
  • ध्यान रखें कि जैसा आपका तन है उसी के हिसाब से मन है तो लिंग भी उसी हिसाब से काम करता है तो फिर इस में तेल का कोई रोल नहीं है!
  • लिंग में तनाव के लिए रग रग में खुन का दौड़ना जरूरी है और इसके लिए योगा और व्यायाम की शक्त जरूरी है इसके साथ साथ संतुलित आहार और निर्धारित दिन चर्या जीवन का नियम है!
  • जीवन जितना सादा होगा उतना ही तन और मन में कष्ट कम रहेगा और इसीलिए जीवन में हमेशा दमख़म रहना है तो सादा जीवन ऊंच विचार मन में लाना है!
  • इसके अलावा कुछ भी नहीं है और सबको अपने अपने तरीके से जीने का अधिकार है और खुश रहें, मस्त रहें और हमेशा व्यस्त रहे यही जीवन का सार है! 🙏👌

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