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Showing posts from October, 2022

किस उम्र में औरतें ज्यादा मजा देती हैं?

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  किस उम्र में औरतें ज्यादा मजा देती हैं? यह भी कोई पूछने वाली बात है।औरते हर उम्र में मज़ा देती हैं।अब यह आप पर निर्भर है कि किस तरह का मज़ा लेना चाहते हो। 38 वर्ष शादी के हो गया है लेकिन आज भी उसी तरह आनंद लेते हैं जैसे पहले लेते हैं।हमेशा समय और माहौल के अनुसार दोनो लोग परिवर्तन लाते रहते हैं।सबसे अच्छी बात यह है कि मेरे पसंद के अनुसार ही ड्रेस पहनती है जिसमें और अट्रैक्शन बढता हैं।हम लोगों मे बहुत अच्छी अंडरस्टैंडिंग है जिसके कारण और भी मज़ा होता है।स्मोकिंग भी मेरे साथ करती हैं जो दोनो लोगों को पसंद है। गरिमा जी यह बात तो कोई महिला ही बेहतर बता पाएगी। पुरुषों मे तो ऐसा होता है कि उम्र 60 के पार होने पर सेक्स के प्रति रुचि कम हो जाती है । हालांकि इसमे भी सभी पुरुषों पर समान रूप से यह लागू नही होता। आसाराम बापू तो 70 की उम्र के पार काफी सक्रिय था। उसकी तो सेक्स क्षमता की जांच भी की गई थी। मुझे लगता है कि सबकी बाडी केमेस्ट्री अलग-अलग होती है तो ऐसा कोई सर्वमान्य रूल नही। महिलाओं मे मेनोपाज की शायद 50 के पार होती है तो इसके बाद रुचि कम होना प्राकृतिक है। लेकिन जैसा मैने कहा सभी के साथ एक

बच्चे पैदा करने के लिए कितनी बार करना पड़ता है?

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बच्चे पैदा करने के लिए कितनी बार करना पड़ता है? महिला के मासिक धर्म के बाद अगर आपका एक भी शुक्राणु महिला के अंदर चला जाता है तो पुरे चान्सेस है की महिला प्रेग्नेंट हो चुकी है। आप चाहो तो कितनी बार भी कोसिस कर सकते हो😍 कोई ख़ास गिनती तो है नहीं इसके लिए... काफी कुछ समय पर निर्भर करता है। अगर साथी के अंडे समय से बनकर तैयार हैं और दोनों को कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं है तब अगर आप दोनों साथ होते हैं तो शायद आप पहली बार में ही कामयाब हो जाएँ। या हो सकता है आपको कुछ और समय मेहनत करनी पड़े। निश्चित समय और गिनती तो कोई डॉक्टर भी नहीं बता सकता आपको। सब केवल आंकलन होते हैं। तो कोशिश करते रहिये , भगवन आपकी ज़रूर सुनेंगे स्पर्म की बेहतर सप्लाई के लिए  हफ्ते में तीन से चार बार  सेक्स करना उचित होता है. तीन और चार दिनों तक स्पर्म जिंदा रहते हैं, इसलिए नियमित सेक्स नियत सप्लाई को सुनिश्चित करते हैं और गर्भधारण की संभावना प्रबल होती है सबसे पहले तो अगर आप खुद के बच्चे पैदा करना चाहते हैं तो आपको एक महिला की जरूरत पड़ेगी। अगर आप किसी जानवर की बात कर रहे हैं तो आपको उसमें भी मादा जानवर की जरूरत पड़ेगी

क्या संबंध बनाने के लिए किसी प्रकार का तेल उपयोग करना फायदेमंद होता है?

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  क्या संबंध बनाने के लिए किसी प्रकार का तेल उपयोग करना फायदेमंद होता है? वैसे तो महिलाओं को बिलकुल सूखा हुआ लिंग अपनी योनि मै प्रवेश करवाने मै सब से ज़्यादा परम सुख की अनुभूति होती है,क्यूँकी सूखे हुए लिंग से योनि की दीवारों मै ज़्यादा रगड़ लगती है और घर्षण होने से महिलायें ज़्यादा उत्तेजित महसूस करती है,और योनि भी खुद का प्राकर्तिक द्रव्य छोड़ती है, प्रंतु अगर तूने तेल या क्रीम के विषय मै प्रश्न किया है तो संबंध बनाने हेतु सब से अच्छा द्रव्य "रेडीमेड चिकनाई" ही होती है जिसका निर्माण अमूमन सभी लोगों का शरीर करता है,जिसको आम बोलचाल की भाषा मै "थूक" भी कहा जाता है संबंध बनाते समय जब आप किसी भी प्रकार का तेल या जेल का उपयोग करेंगे तो आपको व आपके पार्टनर को सेक्सुअल घर्षण का वास्तविक आनंद नहीं मिल पाएगा । योनि ढीली लगेगी और मजा मारा जाएगा । जबकि संबंध बनाने के पहले के हल्के-फुल्के फोरप्ले गतिविधि में ही स्त्री की योनि में स्वाभाविक हल्का स्राव होने लगता है और पुरुष को अपने शिश्नमुंड पर बेहद हल्का सा थूक लगा लेना पर्याप्त होता है जिससे लिंग के योनिप्रवेश में कठिनाई नहीं

क्यों एक बेटा अपनी मां के जिस्म का दीवाना हो जाता है?

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  क्यों एक बेटा अपनी मां के जिस्म का दीवाना हो जाता है? सब बेटे तो ऐसे नहीं होते हाँ कोई कोइ होता है इससे इनकार नहीं किया जा सकता असल में वो एक औरत के जिस्म का दीवाना होता है, जो शायद उसे कहीं और आसानी से देखने को नहीं मिलता । शायद उन्हें माँ के जिस्म का कुछ हिस्सा आसानी से बिना प्रयत्न दिख जाता है इसलिए वो उसके जिस्म का दीवाना होने लगता है। ये आसानी वाली बात कभी कभी माँ की तरफ से भी बन जाती है । बेटे के सामने कपड़े बदलना, साड़ी का पल्लू गिर जाने पर उसे ठीक ना करना, नहा कर पेटीकोट ब्लाउज में बेटे के सामने आ जाना, अपने अंतः वस्त्र बाथरूम में छोड़ देना, कपड़ो में से कलीवेज का नुमाया होना और ज्यादा डीप नेवल और स्लीव लेस कपड़े पहनना इस बात को और बढ़ावा देती है । सब बेटे तो ऐसे नहीं होते हाँ कोई कोइ होता है इससे इनकार नहीं किया जा सकता असल में वो एक औरत के जिस्म का दीवाना होता है, जो शायद उसे कहीं और आसानी से देखने को नहीं मिलता । शायद उन्हें माँ के जिस्म का कुछ हिस्सा आसानी से बिना प्रयत्न दिख जाता है इसलिए वो उसके जिस्म का दीवाना होने लगता है। ये आसानी वाली बात कभी कभी माँ की तरफ से भी बन जाती